जल्द ही महाशिवरात्रि का त्यौहार आने वाला है, ऐसे में भगवान शिव के सभी महाशिवरात्रि की तैयारियों में लगे है | प्राचीन शास्त्रों और पुराणों में भगवान शिव का एक और नाम बताया गया है भोलेनाथ | ये नाम उनके स्वभाव के कारण पड़ा है, भगवान शिव अपने भक्तों से हमेशा प्रेम करते है | भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किसी भी महंगी वस्तु की आवश्यकता नहीं होती है | महादेव तो एक बेलपत्र से भी प्रसन्न हो जाते है | ये सभी जानते है कि महादेव को बेलपत्र अत्यंत प्रिय है, इसके अलावा भी महादेव को कुछ पत्ते प्रिय है | जिनके बारे में हम बताने जा रहे है, आप महादेव की पूजा में इन पत्तो को अवश्य रखे |
भांग का पत्ता
भगवान शिव को भाग का पत्ता प्रिय है, इसीलिए आप जब भी महादेव की पूजा करे तो उसमे भांग का पत्ता या भांग का शरबत का अवश्य प्रयोग करे | बताया जाता है कि जब महादेव ने हलाहल का सेवन किया था, तो उसकी अग्नि को शांत करने के लिए भांग का ही सेवन किया था |
धतूरा
यह बात तो लगभग सभी जानते है कि धतूरा महादेव को बहुत प्रिय है, इसीलिए महादेव के पूजा पाठ में धतूरे का प्रयोग किया जाता है | जानकारी के लिए बता दे धतूरे का प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है |
आक
महादेव की आराधना में आक का महत्वपूर्ण स्थान है | महादेव को आक अर्पित करने से महादेव शारीरिक और मानसिक कष्ट हर लेते है | इससे जुडी एक कहावत भी है "आक से मिले लाख", जिसका आशय है कि महादेव को आक अर्पित करने से गरीबी दूर होकर अमीरी आती है |
पीपल का पत्ता
पीपल के पेड़ में त्रिदेवो का वास माना गया है | ऐसा कहा जाता है कि इस वृक्ष के पत्तो पर महादेव का वास होता है | ऐसे में यदि आप महादेव को पीपल के पत्ते अर्पित करते है तो आपकी शनिदेव के प्रकोप से रक्षा होती है |
दूर्वा
पुराणों में दूर्वा का अमृत के बराबर बताया गया है, ऐसा कहा जाता है कि दूर्वा में अमृत बसता है | दूर्वा महादेव और गणेश जी को भी अत्यंत प्रिय है | शिव जी को दूर्वा चढ़ाना अकाल मृत्यु से बचता है |