इन दिनों नवरात्र का त्यौहार चल रहा है, माता के प्रति लोगो में जो श्रद्धा है वो अतुलनीय है | ऐसे में कई लोग नवरात्र में 9 दिनों तक व्रत रख रहे है, नित माता की पूजा अर्चना कर रहे है | सही मायनो में कहा जाये तो माता के भक्त वो सबकुछ कर रहे है, जिससे माता को प्रसन्न किया जा सके |
लेकिन सवाल यह है कि आपको कैसे पता चलेगा की माता आपसे प्रसन्न है | वैसे कई लोगो के मन में इस तरह के सवाल आते होंगे कि आखिर ये कैसे पता लगाया जाये की माता आपसे प्रसन्न है | खैर आज हम आपको कुछ ऐसे संकेतो के बारे में बताने जा रहे है, जिनसे ये समझा जा सकता है की माता आपसे प्रसन्न है या नहीं | तो आइये देखते है, वो कौनसे संकेत है |
1. माता के भक्त नवरात्री की स्थापना के दिन कलश की स्थापना करते है और एक मिट्टी के बर्तन में जौ बोया जाता है | क्या आप जानते है इस जौ से भी कई प्रकार के संकेत प्राप्त होते है | ऐसा बताया जाता है की यदि जौ 3 दिनों में अंकुरित हो जाता है तो ये शुभ संकेत है |
2. यदि अंकुरित जौ का रंग हरा होता है तो यह एक अत्यंत शुभ संकेत है | इसकी वजह से पुरे वर्ष घर में खुशहाली बनी रहती है | इसके साथ ही ये घर में चल रही आर्थिक परेशानियों के दूर होने का संकेत होता है |
3. आपके द्वारा बोये गए जौ यदि सफ़ेद रंग के उगते है तो ये एक अच्छा संकेत है | ये बताता है कि आपकी कोई मनोकामना जल्द ही माता की कृपा से पूरी होने वाली है |
4. यदि जौ पीले रंग के उगते है तो ये मिलाजुला फल प्रदान करते है | अर्थात इस स्थिति में आपको लाभ होने और कुछ कामो के बिगड़ने का भी अंदेशा होता है |
5. यदि आपके जौ काले रंग के उगते है तो ये शुभ संकेत नहीं माना जाता है, ये इस बात का संकेत देता है कि आने वाले समय में आपको किन्ही करने की वजह से निर्धनता का सामना करना पड़ सकता है |
6. यदि बोये गए जौ धुंए के रंग के उगते है तो ये भी शुभ संकेत नहीं माना जाता है | इसकी वजह से घर में परेशानियां बढ़ने लगती है और आये दिन कोई ना कोई विवाद होता रहता है |
7. कई बार ऐसा भी देखने में आता है जब कुछ भक्तो के द्वारा बोये गए जौ उग नहीं पाते है | ये शुभ संकेत नहीं माना जाता है | कई बार ऐसे जातको को वर्ष भर परेशानियों का सामना करना पड़ता है |
8. ऐसा बताया जाता है कि यदि जौ अंकुरित होकर नीले रंग के उगते है तो उस वर्ष अकाल पड़ने की सम्भावना होती है | वहीँ यदि लाल रंग के जौ उगते है तो शत्रु और बिमारियों का खतरा बढ़ने लगता है |