नींद मनुष्य के लिए बेहद जरुरी मानी जाती है, लेकिन आवश्यकता से ज्यादा नींद लेने और गलत जगह सोने से जीवन में परेशानियों के अलावा कुछ हासिल नहीं होता है | आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में मनुष्य को सफलता के सूत्र प्रदान किये है | चाणक्य नीति में उन्होंने 7 ऐसे लोगो को वर्णन किया है, जो यदि सोते दिखे तो उन्हें तुरंत जगा देना चाहिए | तो आइये जानते है, वे कौनसे लोग है |
काक चेष्टा, बको ध्यानं, स्वान निद्रा तथैव च। इस श्लोक में बताया गया है की यदि कोई व्यक्ति पढाई करने के समय सोने जाए तो उसे उठा देना चाहिए | क्योंकि पढाई के समय सोना असफलता लाता है | जिस प्रकार सोना आग में तपकर कुंदन बनता है, उसी प्रकार छात्र भी कठोर मेहनत कर के ही सफलता पा सकते है |
सेवक या नौकर यदि काम करने के समय सोता दिखे तो उसे तुरंत उठा देना चाहिए | क्योंकि ग़लत जगह और गलत समय पर ली गयी नींद उसके लिए मुश्किल का कारण बनती है |
चौकीदार कभी काम के समय सो रहा हो तो उसे तुरंत उठा दे | उसका काम जागते रहना है, ऐसे में काम के समय उसका सोना सुरक्षा को खतरे में डालता है |
यदि कोई यात्री यात्रा करते समय सो जाए तो उसे जगा देना चाहिए | क्योंकि यदि वो सोता ही रह गया तो अपने गंतव्य पर नहीं पहुँच पायेगा |
यदि कोई भयभीत व्यक्ति अपना समय काटने के लिए सोने की कोशिश करे तो उसे तुरंत जगा देना चाहिए | कोई व्यक्ति डर कर सो रहा हो तो उसे जागकर उसके डर को दूर भागना चाहिए ताकि वो अपने कर्म पथ पर आगे बढ़ सके |
चाणक्य ने कहा था की भंडार की सुरक्षा करने वाले व्यक्ति को काम के समय सोने नहीं देना चाहिए, क्योंकि उसका सोना लूट होने का कारण बनता है |