सभी पुराणों और शास्त्रों में महादेव को सबसे निराला बताया गया है | महादेव को भोला भंडारी भी कहा जाता है, उनके बारे में पुराणों में लिखा गया है कि महादेव तो एक बेल पत्र से भी प्रसन्न हो जाते है | महादेव अपने भक्तो का सदैव ख्याल रखते है, सच्चे मन से की गयी उनकी पूजा कभी विफल नहीं होती है | महादेव से जुड़े शिवपुराण में ऐसी कई बातो का उल्लेख किया गया है, जिनसे महादेव की कृपा प्राप्त की जा सकती है |
सोमवार का दिन महादेव का दिन होता है, इस दिन महादेव की पूजा अर्चना की जाती है | कहा जाता है कि इस दिन सच्चे मन से महादेव की उपासना करने से पुण्य प्राप्त होता है और महादेव की कृपा प्राप्त होती है | शिवपुराण में बताया गया है कि शिवपुराण में वर्णित कथायो का सुनने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है | लेकिन इसमें जरूरत होती है, तो केवल सही प्रकार से उपासना करने की | क्योंकि अक्षय पुण्य की प्राप्ति करने के लिए पूजा पाठ में कोई गलती नहीं होनी चाहिए | आज हम आपको इसी से जुडी कुछ जरुरी जानकारी देने जा रहे है |
> शिवपुराण की कथा सुनते समय इस बात का ध्यान रखे कि आपका मन पूर्ण रूप से शांत हो और शुद्ध विचारो से भरा हो |
> शिवपुराण की कथा सुनने से पहले आपके बाल और नाख़ून कटे हुए होने चाहिए |
> आप जिस दिन शिवपुराण की कथा सुन रहे है, उस दिन पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करे |
> कथा सुनने के दौरान किसी की बुराई या किसी के प्रति मन में बुरे ख्याल ना लाये |
> इस बात का ध्यान रखे की कथा सुनने के दिन आप सात्विक भोजन ही करे, इस दिन आप लहसून, अदरक और प्याज जैसी चीजों से दूरी बनाकर रखे |
> जिस दिन आपने कथा सुनी है, उस दिन पलंग पर सोने की बजाय आप जमीन पर ही सोये |
> यदि आप भविष्य में शिवपुराण की कथा सुनने वाले है, तो इस बात का ध्यान रखे की आपकी वजह से किसी का दिल ना दुखे |
> शिवपुराण की कथा पूर्ण होने के पश्चात् शिव परिवार की पूजा अवश्य करे |