हमारे धर्म शास्त्रों में पूजापाठ और हमारी दिनचर्या से जुड़े कई नियम बताये गए है | जिनका पालन करना हर मनुष्य के लिए आवश्यक है | इन धर्म शास्त्रों में सुबह से लेकर सोने तक के लिए कुछ ऐसे नियम बताये गए है, जिनका यदि पालन किया जाये तो मनुष्य का जीवन संवर सकता है | इन नियमो के पालन से मनुष्य का जीवन खुशहाल बनता है, तो पूजापाठ में भगवान् भी प्रसन्न होते है | आज हम आपको आपको कुछ ऐसे कामो के बारे में बताने जा रहे है, जिन्हे सोने से पहले भूलकर भी नहीं करना चाहिए |
गायत्री मंत्र का जाप
धर्म शास्त्रों में गायत्री मंत्र का जाप समस्त मानव जाति के लिए कल्याणकारी बताया गया है | परन्तु इसके जाप में नियम, मर्यादा और समय का पालन करना आवश्यक है | शास्त्रों में गायत्री मंत्र के जाप के लिए सबसे उपयुक्त समय सूर्योदय और संध्या को बताया है | इसीलिए रात के समय इसका जाप बिलकुल ना करे |
पितरो का ध्यान
धर्म शास्त्रों में बताया गया है कि रात में सोते समय कभी पितरो का ध्यान नहीं करना चाहिए | इसके लिए सबसे उपयुक्त समय दोपहर है | यदि आप पितरो का आशीर्वाद चाहते है, तो आप शाम को गोधूलि बेला में दक्षिण और पश्चिम दिशा में दीपक जलाये | रात में सोते समय आप केवल इष्ट देवता का ही ध्यान करे | इससे जीवन में सकारात्मकता आती है |
आईना देखना
वास्तु में बताया गया है कि रात को सोने से पहले आइना नहीं देखना चाहिए | इससे रात में डरावने सपने आते है | इसीलिए यदि बैडरूम में आइना है, तो उसे रात में इसे ढक दे | इसके अलावा ऐसा भी बताया जाता है कि सुबह आँख खुलते ही आइना देखने से आलस्य फैलता है |
भगवान शिव
महादेव को वैराग्य और विरक्ति का प्रतीक माना जाता है | ऐसा बताया जाता है कि रात में सोने से पहले उनकी प्रतिमा या तस्वीर देखने से जीवन में अलगाव और वैराग्य का भाव जन्म लेने लगता है | यही वजह है कि बैडरूम में महादेव की तस्वीर नहीं लगायी जाती है और पूजा पाठ में महादेव के गृहस्थ रूप की पूजा होती है |
सोने से पहले हंसना
ऐसा बताया जाता है कि सोने से पहले ज्यादा नहीं हंसना चाहिए | हालाँकि इस बात को कोई वैज्ञानिक या धार्मिक आधार नहीं है | मान्यता है कि सोने से पहले ज्यादा हंसने वाले को अगले दिन दुख का सामना करना पड़ता है |