कोरोना वायरस की शुरुआत से ही हिदायत दी जा रही है की अपने नाक और मुंह को मास्क से ढंक कर रखे | साथ ही चेहरे को छूने को लेकर भी मनाही की जा रही है | लेकिन इन सबके बीच हमारे शरीर का एक अंग खुला रहता है, इसकी वजह से कोरोना से संक्रमित होने का खतरा बहुत ज्यादा है |
हम जिस अंग की बात कर रहे है, वह है आँखे | हमारी आँखों की सुरक्षा उतनी ही जरुरी है, जितनी नाक और मुख की सुरक्षा | ऐसे में कोरोना से बचने के लिए कर रहे अन्य उपायों में आप आँखों को नजरअंदाज बिलकुल ना करे |
एक पत्रिका द लेसेन्ट में छपी खबर के अनुसार कोरोना से बचने में आँखों की सुरक्षा अगला कदम है | बता दे निकला गया ये निष्कर्ष 16 देशो में की गयी, 170 स्टडीज पर आधारित है |
जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की गयी स्टडी में दावा किया गया है कि कोरोना आँख के जरिये भी फ़ैल सकता है | ऐसे में इससे बचने के लिए आँखों की सुरक्षा करना बेहद जरुरी है, तभी कोरोना से बचा जा सकता है |
स्टडी में बताया कि अगर कोई कोरोना से संक्रमित व्यक्ति आपके आस-पास छींकता या खांसता है, तो संक्रामक बूंदें आपकी आंखों के जरिए कोशिकाओं पर हमला कर सकती हैं | ऐसे में नाक और मुंह की तरह आंखों की सुरक्षा करने से कोरोना वायरस का खतरा कम हो जाता है |
ऐसे में पत्रिका में वाइजर, फेस शील्ड और चश्मे पहनने का सुझाव दिया है | लेकिन चश्मे को लेकर फिर भी खतरा बना रहता है, क्योंकि चश्मे के किनारे खुले रहते है, जिस वजह से कोरोना से संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है |