टीवी से अपने करियर की शुरुआत करने वाले सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी पहली फिल्म से ही लोगो के दिलो में जगह बना ली थी | उनकी हर फिल्म को लोगो ने खूब प्यार किया | इस समय अचानक उनकी मृत्यु की खबर से हर कोई हैरान है | कोई यकीन नहीं कर पा रहा है, कि सुशांत ऐसा कदम उठा सकते थे | WHO की रिपोर्ट के मुताबिक हर साल दुनियाभर में 8 लाख लोग सुसाइड करते है |
मनोचिकित्सक बताते हैं कि डिप्रेशन के बारे में लोग अक्सर बात करने से कतराते हैं। जो लोग डिप्रेशन से जूझ रहे होते हैं, वे किसी से बात नहीं कर पाते और अकेलापन महसूस करते हुए अपनी जिंदगी से हार जाते हैं। और जब डिप्रेशन हावी होने लगता है तो गलत कदम उठा लेते हैं। ऐसे में आपके लिए ये सबसे जरुरी है कि आपके आसपास कोई अपना ऐसी किसी स्थिति में न हो, आपको भी इसका ध्यान रखने की जरूरत है |
मनोविशेषज्ञ कहते है कि जब भी कोई डिप्रेशन से जूझ रहा होता है, ये कोई भी हो सकता है आपका मित्र, परिवार का सदस्य, सहकर्मी | तो उसके व्यवहार पर गौर करने कि बहुत जरूरत है | जो लोग डिप्रेशन में होते है उनके व्यवहार में कुछ लक्षण देखने को मिलते है, जो डिप्रेशन के बारे में बताते है |
> डिप्रेशन में होने पर व्यक्ति को नींद लेने में परेशानी होने लगती है, या फिर वो जरूरत से ज्यादा सोने लगता है |
> डिप्रेशन में होने पर व्यक्ति को भूख का अनुभव नहीं होता, उसे खाना खाने का मन नहीं होता | कुछ मामलो में व्यक्ति को ज्यादा भूख लगने लगती है |
> डिप्रेशन में होने पर इंसान का वजन तेजी से बढ़ने लगता है या घटने लगते है | उसके वजन में हर महीने 5 प्रतिशत बदलाव आता है |
> उदासी डिप्रेशन का सबसे बड़ा संकेत है | ऐसा व्यक्ति अपने दोस्तों और परिवार के साथ भी खुश नहीं रहता है | भीड़ में भी वो अकेला होता है |
> डिप्रेशन में व्यक्ति को बिना वजह थकान महसूस होने लगती है, चेहरे पर थकान दिखाई देती है |
> डिप्रेशन में व्यक्ति अकेले रहना पसंद करता है, किसी से बात नहीं करता है | वह अपने में ही रहने लगता है |
> डिप्रेशन में व्यक्ति का मन भटकता रहता है | कामो से ध्यान हटने लगता है, चीजे भूलने लगता है |
> बता दे छोटी छोटी बातो पर गुस्सा करना चिड़चिड़ापन डिप्रेशन का बाद लक्षण है, साथ ही बिना वजह गुस्सा आना भी इसका लक्षण है |
> डिप्रेशन में होने पर व्यक्ति के मन में उलटे सीधे ख्याल आने लगते है उन्हें अपनी जिंदगी नीरस लगने लगती है | नीरसता उनकी बातो में झलकने लगती है |
> डिप्रेशन से जूझ रहे व्यक्ति के मन में किसी चीज को लेकर डर बैठ जाता है | ये किसी भी चीज से जुड़ा हो सकता है जैसे अँधेरा, बंद कमरा या कोई दुर्घटना |