शनिदेव को क्रूर देवता या क्रूर ग्रह माना जाता है | लोगो का मानना है कि शनिदेव केवल अशुभ फल ही प्रदान करते है, जबकि ऐसा नहीं है | शनिदेव किसी भी व्यक्ति को केवल उसके कर्मो के अनुसार ही फल प्रदान करते है | इसीलिए शनिदेव को न्यायधीश भी कहा जाता है |
ऐसे में आज हम आपको शनिदेव से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां देने जा रहे है | जिनसे आपको शनिदेव के बारे में जानने को मिलेगा | यदि आप शनि देव की इन विशेषताओं को समझ गए तो आपको कभी शनिदेव के कोप का सामना नहीं करना पड़ेगा | तो आइये जानते है आज की इस पोस्ट में आपके लिए क्या खास है |
शनिदेव को शास्त्रों में कर्म फलदाता कहा गया है | क्योंकि शनिदेव मनुष्य को उसके कर्मो के अनुसार ही फल देते है |
शनिदेव को न्यायप्रिय कार्य ही पसंद है, इसीलिए शनिदेव को न्यायाधीश की उपाधि दी गयी है |
शनिदेव को काले रंग की वस्तुए अत्यंत प्रिय है |
शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते है तो काले तिल, उड़द दाल आदि काले रंग की वस्तुए दान करे |
शनिदेव को आध्यात्म का स्वामी माना गया है | इसीलिए किसी भी साधना और सिद्धि के लिए शनिदेव की उपासना आवश्यक है |
शनिदेव मनुष्य को प्रत्येक विद्या जैसे राजनीतिक, सामाजिक और व्यापारिक में ऊंचाई पर पहुंचा सकते है |
शनिदेव का मुख्य वाहन कौवा माना गया है, वे लौह रथ पर सवार रहते है |
शनिदेव को दरिद्रो का नारायण कहा जाता है | इसीलिए दरिद्रो की सेवा या मदद अवश्य करे |
शनि देव की उपासना किसी भी असाध्य रोग को क्षणों में खत्म कर सकती है |
शनिदेव को उड़द की दाल के लड्डू अत्यंत प्रिय है |
शनिदेव को लौहे की वस्तुए प्रिय है | इसीलिए आप शनिवार के दिन लौहे की वस्तु का दान अवश्य करे |