मोरपंख को बहुत ही पवित्र माना जाता है, क्योंकि इसका सीधा संबंध भगवान कृष्ण से है | मोरपंख सदा भगवान कृष्ण के माथे की शोभा बढ़ता नजर आता है | लेकिन क्या आप जानते है मोरपंख कई तरह के चमत्कारी फायदे भी प्रदान करता है | घर में सकारात्मकता और सुख शांति में वृद्धि करने के लिए वास्तु शास्त्र में मोरपंख के कई उपाय बताये गए है | आज हम आपको उन्ही चमत्कारी उपायों के बारे में बताने जा रहे है |
> मोरपंख भगवान श्रीकृष्ण के श्रृंगार का सबसे जरुरी अंग है | इसीलिए घर में रखी श्रीकृष्ण की मूर्ति के मोरपंख अवश्य लगाए | ये नकारात्मक ऊर्जा को प्रवेश से भी रोकता है |
> यदि लम्बे समय से आपका कोई काम अटका हुआ है और पूरा नहीं हो पा रहा है, तो आप मंदिर में राधा कृष्ण को मोरपंख अर्पित करे | इसके 40 दिन बाद उस मोरपंख को घर लेकर रख दे | इससे आपके बिगड़े काम बनने लगेंगे |
> यदि आपके बच्चे का पढाई में मन नहीं लगता है, तो आप उसकी किताब में मोरपंख रखे | इससे पढाई में रूचि पैदा होने लगेगी |
> यदि घर के आग्नेय कोण में वास्तु दोष है, यो आप उस दिशा में मोरपंख लगाए |
> आप एक रेशम के पीले कपड़े में मोरपंख लपेट कर रखे | इससे आपके आकर्षण में वृद्धि होगी |
> बच्चे को नजर दोष से बचाने के लिए उसके हाथ में मोरपंख बांधे |
> यदि दाम्पत्य जीवन में लड़ाई झगड़ा होता रहता है, तो आप बैडरूम की पूर्व या दक्षिण दिशा में मोरपंख रखे | ये रिश्ते में प्रेम लाएगा |
> ऐसा बताया जाता है कि जिद्दी बच्चे के स्वभाव को बदलने के लिए मोरपंख से बने पंखे से हवा करनी चाहिए | इससे बच्चे के स्वभाव में बदलाव आता है |
> घर में गणेश जी की मूर्ति के पास दो मोरपंख रखने से नकारात्मकता दूर होती है |