4 अगस्त 2020 से पंचक लगने जा रहा है, जो की 9 अगस्त तक रहने वाला है | ज्योतिष में पंचक का बड़ा महत्व बताया गया है | ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घनिष्ठा नक्षत्र, पूर्व भाद्रपद नक्षत्र, उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र, रेवती नक्षत्र और शतभिषा नक्षत्र जब चन्द्रमा में गोचर करते है, तो वह पंचक कहलता है | इसकी अवधि 5 दिनों की होती है | 4 अगस्त मंगलवार से लगने जा रहा पंचक अग्नि पंचक कहलायेगा | आज हम आपको पंचक के बारे में जानकारी देने जा रहे है |
रोग पंचक
रविवार के दिन लगने वाला पंचक, रोग पंचक कहलाता है | इस पंचक के दौरान जातक को शारीरिक और मानसिक परेशानी से जूझना पड़ता है | इस पंचक की अवधि में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं किये जाते है |
राज पंचक
सोमवार से प्रारम्भ होने वाला पंचक राज पंचक कहलाता है | इस पंचक को शुभ माना जाता है | इस पंचक की अवधि में सरकारी कामो से बड़ा लाभ प्राप्त होता है | इस अवधि में सम्पति से जुड़े काम शुभ फल देते है |
अग्नि पंचक
मंगलवार से आरम्भ होने वाला पंचक राज पंचक कहलाता है | कोर्ट कचहरी से जुड़े कार्य और फैसले अपने हक़ में करने के लिए इस अवधि में कार्य किये जाने चाहिए | हालाँकि इस अवधि में निर्माण कार्यो का आरम्भ और मशीनरी से जुड़े कार्य करना अशुभ माना गया है |
चोर पंचक
शुक्रवार के दिन लगने वाला पंचक चोर पंचक कहलाता है | इस अवधि के दौरान किसी भी प्रकार के लेनदेन से बचना चाहिए, नुकसान होने की सम्भावना रहती है | इसके अलावा बुधवार और गुरुवार को आने वाले पंचक को हर प्रकार के शुभ कार्य किये जा सकते है |