ताम्बे के बर्तनो में खान पान को स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है | सुबह के समय खाली पेट ताम्बे के बर्तन में रखा पानी पीने से बड़ा लाभ होता है | सदियों से हमारे देश में ताम्बे के बर्तनो में खान पान होता रहा है |
ताम्बे के बर्तनो में भोजन से होने वाले लाभ की वैज्ञानिक भी पुष्टि कर चुके है | लेकिन कुछ ऐसे पेय पदार्थ भी है, जिन्हे भूलकर भी ताम्बे के बर्तन में रखकर नहीं पीना चाहिए |
छाछ
छाछ को कभी ताम्बे के बर्तन में नहीं पीना चाहिए | दरअसल छाछ में लैक्टिक अम्ल पाया जाता है | जो ताम्बे के साथ मिलने पर अम्लीय क्रिया करता है | इससे ताम्बा छाछ में घुलने लगता है, जो कि हमारे लिए घटक होता है | इससे फ़ूड पोइज़निंग का खतरा होता है |
नीम्बू पानी
ताम्बे के बर्तन में कभी भी निम्बू पानी या कोई भी अन्य खट्टे जूस ना पिए | इसमें सिट्रिक एसिड पाया जाता है | जो कि ताम्बे के साथ क्रिया करता है | इससे ताम्बा घुलकर नीम्बू पानी में मिलने लगता है | इससे उल्टी, दस्त जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है |
खट्टे फल / जूस
कभी भी खट्टे फल और इन फलों से बने जूस का सेवन ताम्बे के बर्तनो में ना करे | क्योंकि इन सभी खट्टे फलों में सिट्रिक एसिड पाया जाता है, जो कि ताम्बे से क्रिया कर पेय पदार्थ में घुल जाता है |