नवरात्र हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है | नौ दिनों तक चलने वाले इस त्यौहार में माता के नौ रूपों की पूजा अर्चना की जाती है | नवरात्र के दिनों में मंदिरो और माता के भक्तो में एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है | नवरात्र का कई मायनो में बड़ा महत्व है, ऐसा बताया जाता है कि नवरात्र में सच्चे मन और श्रद्धा भाव से की गयी माता कि पूजा अर्चना अवश्य फलित होती है | हालाँकि नवरात्र के दिनों में कुछ सावधानियां बरतने के बारे में भी कहा गया है | इन बातो की अनदेखी करने से माता रूठ भी जाती है | आज हम आपको उन्ही बातो से अवगत कराने आये है, तो आइये जानते है | आज की इस पोस्ट में क्या ख़ास है |
पूजा पाठ में रखे इसका ध्यान
कोई भी पूजा पाठ आसन बिछाकर ही करना चाहिए | हालाँकि कई बार लोग इसे अनदेखा कर देते है, लेकिन नवरात्र के दिनों में इसे कभी अनदेखा ना करे | बताया जाता है कि नवरात्र में जमीन पर बैठकर कभी पूजा अर्चना नहीं करनी चाहिए | नवरात्र के दिनों में माता के सामने रोजाना दीपक अवश्य जलाये | वैसे आप जानते होंगे की माता को लाल रंग अत्यंत प्रिय है, इसीलिए माता के लिए आसान और वस्त्र उपयोग में लाये |
भूखा ना जाए मेहमान
नवरात्र भले ही शारदीय हो या वासंतिक, इस बात का हमेशा ध्यान रखे कि आप दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ अवश्य करे | शास्त्रों के अनुसार नवरात्र में घर में आया कोई मेहमान भूखा नहीं जाने चाहिए | साथ ही नवरात्र में घर में आयी कन्या को खाली हाथ नहीं भेजना चाहिए |
इसका रखे ख्याल
भले ही आप नवरात्र में व्रत नहीं कर रहे हो, लेकिन फिर भी आप कैंची का प्रयोग ना करे | ये नियम व्रत करने वाले और ना करने वाले, दोनों पर ही लागू होता है | दाढ़ी मूंछ कटवाने से भी परहेज करे | सबसे आवश्यक नवरात्र में ब्रह्मचर्य का पालन सबसे जरुरी होता है | नवरात्र के दिनों में भूलकर भी शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए |
इनसे रखे दूरी
नवरात्र की अवधि में आप चमड़े की बनी चीजों जैसे जूते, चप्पल और बेल्ट का कतई इस्तेमाल ना करे | हिन्दू धर्म में शुभ कार्यो में काले रंग के उपयोग करने पर मनाही है | इसीलिए आप काले रंग के वस्त्र धारण ना करे | नवरात्र में कभी किसी की बुराई, निंदा ना करे |