सुहागिन महिलाये अपने पति की लम्बी उम्र की कामना के लिए सिन्दूर लगाती है, साथ ही सुहाग की निशानी मंगलसूत्र को गले में धारण करती है | इतना ही नहीं सुहागिन महिलाये अपने पति की लम्बी उम्र और सलामती के लिए करवा चौथ का व्रत भी रखती है | हिन्दू धर्म में सुहागिन महिलाओ के लिए करवा चौथ का बड़ा महत्व है | प्रत्येक विवाहित महिला अपने पति की लम्बी उम्र के लिए ये व्रत अवश्य रखती है | हालाँकि इस व्रत को रखने के दौरान कुछ सावधानी और कुछ बातो का ध्यान भी रखा जाना चाहिए | अन्यथा व्रती महिलाओ को इसका फल प्राप्त नहीं होता है | ऐसे में आज हम आपको उन जरुरी बातो के बारे में बताने जा रहे है |
ना करे इसका दान
करवाचौथ के दिन सुहागिन महिलाये भूलकर भी उजले वस्त्र या भूरे और काले रंग के कपड़े न पहने | साथ ही इस दिन सफ़ेद रंग की चीजे, जैसे दूध, दही, चावल और सफ़ेद वस्त्रो का दान ना करे | साथ ही इस दिन आप बड़ो का आशीर्वाद अवश्य ले | आपको मिला आशीर्वाद पति की आयु को बढ़ता है |
मन में ना लाये ये ख्याल
करवाचौथ के दिन व्रती महिलाये भूलकर भी मन में किसी अन्य पुरुष के बारे में कोई ख्याल ना लाये | साथ ही किसी अन्य महिला के बारे में अपशब्द या भला बुरा ना कहे |
कूड़े में ना फेंके ये वस्तुए
करवाचौथ के दिन सुहागिन महिलाये सुहाग की चीजे जैसे बिंदी, चूड़ी, सिन्दूर को कूड़े में ना फेंके | ऐसा करना अशुभ फल देता है | यदि आपसे गलती से चूड़ी या सुहाग की कोई वस्तु टूट गयी है, तो आप उसे नदी, तालाब में प्रवाहित कर दे | प्रवाहित करने के बाद अपने सुहाग की लम्बी आयु की कामना अवश्य करे |
ना करे ये काम
करवा चौथ के दिन व्रती महिलाये सिलाई, कढ़ाई और कटाई का काम ना करे | कैंची का प्रयोग करने से बचे | इसके अलावा कई महिलाये समय बिताने के लिए ताश खेलने लगती या सो जाती है | इस दिन आप ऐसा कोई काम ना करे | हां वैसे इस दिन आप पैराणिक कथाये सुने, भजन कीर्तन करे |
पति भी करे इस नियम का पालन
करवाचौथ के दिन आप भूलकर भी मांस मच्छी जैसे तामसिक भोजन का सेवन ना करे | इस नियम का पालन केवल महिलाये ही नहीं उनके पति भी करे | ऐसा माना जाता है कि इस नियम का पालन ना करने से व्रत का फल प्राप्त नहीं होता है | इसीलिए आप सात्विक भोजन का ही सेवन करे |