इस वर्ष के खरमास का आरम्भ हो चूका है | रविवार यानी 14 मार्च 2021 को सूर्य देव ने मीन राशि में गोचर किया यानी प्रवेश किया था | खरमास को लेकर ज्योतिष में बताया जाता है कि ग्रहों के राजा सूर्य अपने पति मित्र गुरु की राशि धनु और मीन में प्रवेश करते हैं तो खरमास लगता है | बता दे खरमास में शुभ मांगलिक कार्यो को करना वर्जित माना गया है, जबकि पूजा पाठ, उपासना और व्रत के लिए सबसे उत्तम माना गया है |
खरमास के दौरान मंदिरो और धार्मिक स्थलों पर भक्तो की संख्या बढ़ जाती है | इस दौरान मंदिरो में धार्मिक आयोजन किये जाते है | खरमास की अवधि में कुछ चीजों को लेकर सख्त मनाही होती है, तो कुछ चीजों को करने की सलाह दी जाती है | ऐसे में आज हम आपको उन्ही चीजों के बारे में बताने जा रहे है |
- खरमास के दौरान वैवाहिक कार्य, भूमि पूजन, गृह प्रवेश और मुंडन जैसे मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए |
- खरमास की अवधि में पलंग की बजाय जमीन पर सोना चाहिए, शास्त्रों के अनुसार इससे सूर्यदेव की कृपा बनती है |
- खरमास के दौरान कटु वचन नहीं कहने चाहिए, साथ ही झूठ भी नहीं बोलना चाहिए |
- खरमास के दौरान मांस मदिरा का सेवन भूलकर भी ना करे |
- खरमास में सूर्यदेव की उपासना पुरे विधि विधान से ही करे, इससे सूर्यदेव की कृपा बनती है |
- माँ लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए खरमास में आप श्रीहरी की पूजा करे | इससे श्रीहरी के साथ साथ माँ लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है |
- खरमास में आप साधू संतो, जरूरतमंद लोगो और जानवरो की सेवा करे | इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है |
- खरमास की अवधि में आप सूर्योदय से पहले उठे और स्नान आदि से निवृत होकर, सूर्यदेव को अर्घ्य दे और उपासना करे |
- खरमास में तुलसी की पूजा अवश्य करे | रोजाना शाम को तुलसी के पौधे के सामने दीपक अवश्य प्रज्वल्लित करे |