प्राचीन काल से ही भारत में यह कहा जाता है की महिलाओ को समझना अत्यंत मुश्किल है | लेकिन आज हम आपको बताएंगे की महिलाओं को किस तरह समझा जा सकता है | महिलाओ के इस रहस्य से पर्दा स्वयं पितामह भीष्म ने उठाया था |
पितामह भीष्म को महाभारत में अपनी अखंड प्रतिज्ञा के लिए याद किया जाता है | लेकिन यह भी सच है की यही प्रतिज्ञा महाभारत के युद्ध का कारण भी बनी थी | जब पितामह भीष्म अर्जुन के बाणो की शय्या पर लेटे थे | उसी समय उन्होंने धर्मराज युधिष्ठिर को याद किया था और उन्होंने युधिष्ठिर को महिलाओ की उन बातों के बारे में बताया था | जिसे आज बहुत ही कम लोग जानते है |युधिष्ठिर ने पितामह भीष्म से कहा की हे पितामह ! मैं आपकी इस शय्या का जिम्मेदार स्वयं को मानता हूँ | क्योंकि यदि मैं चाहता तो इस युद्ध को रोक सकता था | यदि आप जैसे पितामह हमारे पास नहीं रहे, तो हमारे लिए इंद्रप्रस्थ और हस्तिनापुर किसी काम के नहीं है | पितामह ने युधिष्ठिर से कहा की इस शय्या का जिम्मेदार केवल समय ही है मेरे पुत्र | लेकिन यदि द्रोपदी चाहती तो युद्ध रुक सकता था |
रामायण में भी रावण के विनाश का कारण एक स्त्री ही रही थी और इस युग में भी हमारे वंश के पतन का कारण एक स्त्री ही है | आज मैं तुमको स्त्रियों की ऐसी बताने जा रहा हूँ जो केवल देवताओ को ही ज्ञात रहती है |
सबसे पहली तो यह महिला से कभी कोई बात मत छुपाओ | लेकिन उन पर आँख मूंदकर विश्वास भी मत करो | स्त्रियों को जीवन में अपनी सहभागिनी बनाना चाहिए | लेकिन घर के कर्तव्यों का बोझ उन पर नहीं डालना चाहिए | क्योंकि कर्तव्य का पालन करना कोई आसान कार्य नहीं है पुत्र युधिष्ठिर |
महिला को घर में खुश रखना चाहिए | क्योंकि जब महिलाये प्रसन्न नहीं रहती है तो उनका नकारात्मक प्रभाव घर पर पड़ता है | जो शुभ लक्षण नहीं है | पुरुषों को सदा महिलाओ के श्राप से बचना चाहिए | महिलाओ के श्राप में अत्यंत शक्ति होती है | इनके द्वारा दिय गए श्राप को स्वयं महादेव भी निरस्त नहीं कर सकते पुत्र युधिष्ठिर |
यदि पुरुष को अपने घर को एकजुट रखना है तो महिला को प्रसन्न रखना अति आवश्यक है | इसके लिए पुरुष को चाहिए की वह महिला की काम-वासना की तृप्ति करे | क्योंकि महिलाओ में पुरुषों की तुलना में कई गुना काम वासना होती है | यदि पुरुष उनकी इस वासना को तृप्त नहीं कर पाता है , तो महिलाये गैर व्यक्ति से संबंध बनाने लगती है | जिससे पुरुष को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है |