हर किसी लड़की की ज़िन्दगी में शादी एक ऐसा प्रवेश द्वार होता है | जिसमे लड़कियों को ना चाहते हुए भी जाना पड़ता है | आज हम आपको बताने वाले है की शादी की लड़कियों की मानसिक स्थिति किसी रहती है |
हर कोई लड़की अपनी शादी को लेकर काफी एक्साइटेड रहती है | जब उसकी शादी नहीं होती है तो वह सोचती है की उसकी शादी कब होगी | लेकिन जब उसकी शादी होने वाली होती है तो वह काफी असमंजस में पड़ जाती है | उसके दिल में ढेरो सवाल उठने लग जाते है |
सबसे पहले वह सोचती है की क्या वह जो कर रही है वह सही है | क्योंकि शादी के बाद किसी भी लड़की की पूरी ज़िन्दगी बदल जाती है | वह जिस परिवार के घर जाती है, उसे लड़की को अपना बनाना ही पड़ता है | जो किसी चैलेंज से कम नहीं होता है | जो लड़कियों पर गहरा मानसिक दवाब ला देता है |
इसके बाद लड़कियों के दिल में घर करने वाला सवाल यह होता है की उसके ससुराल वाले कैसे होंगे | क्या उसे वह सुख और सुविधा दे पायेंगे जो वह चाहती है | क्या मेरी सास मुझे उसी प्रकार रखेगी | जिस तरह मैं रहना चाहती हूँ | कहीं वह मेरे साथ कोई भेदभाव तो नहीं करेगी | इसका कारण यह है की बचपन से ही ससुराल वालो को काफी खौफनाक बताया जाता है | जो लड़कियों के लिए घातक होता है | यह सवाल लड़कियों के दिमाग में अक्सर उठते है |
दुनिया में किसी भी धर्म और किसी भी देश की लड़की क्यों ना हो | वह ये जरूर सोचती है की जिस इंसान को वह अपना सबकुछ सौंपने जा रही है | क्या वह उसके योग्य है ? वह उस व्यक्ति के साथ तो सारी जिंदगी नहीं गुजारने जा रही है, जो उसे खुश नहीं रख पायें | दोस्तों, अधिकांशतः केसो में देखा गया है की लड़कियां अपने पति को लेकर काफी कुछ सोच रही होती है |
यदि कोई लड़की निम्न या मध्यम वर्ग से ताल्लुक रखती है तो वह सोचती है की किस तरह पिताजी ने मुझे पाल पोसकर बड़ा किया है और अब मुझे किसी दूसरे घर की शान बनने के लिए भेज रहे है | लड़कियां अपने दहेज़ को लेकर भी काफी चिंतित रहती है | क्योंकि बड़ी मुश्किल से लड़की का पिता और भाई पैसे जुटाकर उसकी शादी करते है | इससे ज्यादा ठेस लड़की को उस समय पहुंचती है | जब लड़के वाले दहेज़ की मांग करने लग जाते है | इसी तरह के ढेरो सवाल लड़की के दिलो में चल रहे होते है |