दोस्तों, आपने दुनिया की कई बिमारियों के बारे में सुना होगा | लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे है ऐसी बिमारी के बारे में, जिसे लेकर लोग काफी भ्रमित रहते है | इसे सामान्य भाषा में मिर्गी कहा जाता है | इसका उपचार हम आपके लिए लेकर आये है | इसके द्वारा मिर्गी से परेशान कोई भी व्यक्ति जल्द ही ठीक हो सकता है |
भारत में मिर्गी को लेकर काफी अंधविश्वास होता है | ऐतिहासिक काल से लोगो का मानना है की मिर्गी देवताओ का क्रोध होता है | यदि कोई व्यक्ति भगवान की पूजा अर्चना नहीं करता है तो देवता उसे इस खतरनाक बिमारी से पीड़ित कर देते है | जबकि कुछ लोगो का कहना है की जब भी कोई व्यक्ति शास्त्रों के विपरीत कार्य करता है तो उसको मिर्गी के दौरे आने शुरू हो जाते है |
इसलिए इसे काला काला साया या भूत बाधा भी कहा जाता है | दोस्तों आपने अक्सर देखा होगा की जो लोग इस बीमारी से पीड़ित है | उन्हें समाज की कठोर व्यवहार का सामना करना पड़ता है | कुछ स्थानों पर तो व्यक्ति को घर से बाहर भी निकाल दिया जाता है | जिससे पीड़ित टूट जाता है और उसे दौरे पड़ना अधिक हो जाते है |
मिर्गी के दौरों की सबसे अच्छी पहचान यह होती है की इसमें अचानक से पूरा शरीर जकड़ने लगता है | हाथ पीछे की ओर घूमने लग जाते है | यह दिखने में इतना डरावना होता है की लोग इसे भूत-बाधा समझ लेते है | लेकिन दोस्तों यह कोई भूत-प्रेत का साया नहीं बल्कि एक गंभीर मानसिक बिमारी है |
यदि आप भी इस बीमारी से बचना चाहते है तो इसका एक घरेलु उपाय हम आपके लिए लेकर आये है | आपको प्रातःकाल उठकर अंगूरों के ज्यूस पीना है | लगभग 400 ग्राम अंगूर प्रातःकाल मिक्सी में ज्यूस बनाकर पिने से मिर्गी के दौरों का प्रभाव कम हो जाता है | इसके अतिरिक्त बकरी के दूध में मेहँदी के पत्तो को मिलकर पिने से मिर्गी के दौरे में गिरावट आती है |
दोस्तों, विशेषज्ञों द्वारा बताया गया उपचार काफी फायदेमंद है | यदि इसका कोई व्यक्ति सेवन करता है तो वह अपने स्वस्थ जीवन की कल्पना कर सकता है | लेकिन जब से आप यह प्रयोग करना शुरू करे | उसी दिन से मांस मदिरे के सेवन से परहेज करना होगा | यदि आपने ऐसा नहीं किया तो इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते है |