पुरुषो में नपुंसकता ऐसी बीमारी है, जो आजकल काफी आम हो गयी है | पुरुषो और स्त्रियों का नपुंसक होना और उनमे नाकामी का डर, उन्हें जीते जी मार देता है | आज हम आपको वह कारण बताएँगे, जिससे नपुंसकता आती है | इसके साथ ही हम इसका घरेलू उपचार भी बताएँगे | लेकिन ध्यान रहे की शुक्राणुहीनता को नपुंसकता नहीं कहते है |
जननांगो के सही तनाव या उनमे शुक्राणु/ अंडाणु का निर्माण ना होना नपुंसकता कही जाती है | स्त्री और पुरुष में सहवास की 4 अवस्थाये बताई जाती है | जिनमे कामेच्छा, जननांगो में तनाव, सहवास और चरम सिमा इसके अंतर्गत आती है | यदि कोई भी स्त्री और पुरुष यह काम नहीं कर पा रहे है तो उनमे नपुंसकता आ सकती है |
दोस्तों भगवान बुद्ध ने जीवन में अति का काफी विरोध किया था | ऐसा कहा जाता है की किसी भी काम को सीमा में रहकर ही करना चाहिए | इसके अतिरिक्त चाणक्य ने चाणक्य नीति और वात्सायन ने अपने ग्रन्थ कामसूत्र में इसके बारे में खुलकर बताया है | आईये वह वजह जाने जिसकी वजह से नपुंसकता आती है |
अनुवांशिक विकार
सामान्यता यदि कोई इंसान नपुंसक है तो हो सकता है की उसके अंदर कुछ जेनेटिक डिसऑर्डर हो | इसका इलाज कर पाना विज्ञान की दुनिया में काफी मुश्किल है | क्योंकि DNA में परिवर्तन की वजह से लिंग निर्धारण होता है | जो पूर्ण रूप से प्राकृतिक है | दुनिया की कोई दवा इसका इलाज नहीं कर सकती है |
शराब और धूम्रपान का सेवन
यदि आप शराब के नशे में धूत रहते है और काफी ज्यादा धूम्रपान करते है तो सावधान हो जाये | क्योंकि इससे नपुंसकता आती है | जिससे जननांगो में तनाव कम हो जाता है | यदि एक बार ऐसा हो गया तो इसे सुधार पाना काफी मुश्किल होता है | इसलिए स्वयं को नियंत्रण में रखते हुए धूम्रपान करे |
मानसिक दबाव
कुछ लोग अपने भविष्य को लेकर काफी चिंता में रहते है | हम उन लोगो को बता देना चाहते है की, जो बीत चूका है उससे डरने की कोई भी आवश्यकता है और जो आने वाला है | उसके लिए स्वयं पर विश्वास करे, वह आपका कुछ भी नही बिगड़ सकेगा | यदि आपके दिल में सच्चाई है तो आपका भविष्य उज्जवल रहेगा | इसलिए किसी भी प्रकार से चाहे पैसा या प्यार कोई भी कारण हो, मानसिक दबाव से बचे | इससे नपुंसकता बहुत जल्दी आती है |
अत्यधिक सहवास
यदि आप अपने साथी के साथ अत्यधिक सहवास करते है तो आपको सचेत हो जाना चाहिए | क्योंकि इससे नपुंसकता आपको अपने शिकंजे में ले सकती है | जो आपके मानसिक और शारीरिक विकास लिए हानिकारक है | अपने आप पर नियंत्रण रखे | अपनी बुद्धि का प्रयोग करते हुए निर्णय लेवे |
नपुंसकता के लक्षण:-
- कामेच्छा में अचानक से कमी |
- अपने साथी को संतुष्ट ना कर पाना |
- सोच में परिवर्तन होना |
- किसी भी काम में मन ना लगना |
- विपरीत लिंग वाले लोगो के समान व्यवहार करना |
उपाय
यदि आपको यह लक्षण स्वयं में नजर आ रहे है तो आप सावधान हो जाये | क्योंकि यह नपुंसकता के संकेत है | लेकिन यदि नियमित योग किया जावे और उपयुक्त डाइट ली जाये तो यह समस्या कुछ ही महीनो में दूर हो सकती है | लेकिन इसके दौरान आपको सहवास से परहेज रखना होगा | इसके अतिरिक्त अनुशासन को अपने जीवन में अपनाना होगा | यदि आप उचित समय पर यह उपाय करते है तो आपके यह कमी धीरे-धीरे दूर होना शुरू हो जायेगी | इसके अलावा डॉक्टर्स से सलाह अवश्य लेवे |