भारत में प्राचीन काल से यह प्रथा चलती आ रही है की शादी की पहली रात को दुल्हन अपने हाथो से अपने पति को दूध पिलाती है और खुद भी पीती है | लेकिन अधिकांशतः लोग इस बात की असली वजह नहीं जानते है और मिथ्यावादी लोगो की बातो में आते है | जब हमने सर्वे किया तो पाया की 99 % लोग इस बात की असली वजह नहीं जानते है | शादी की इस रात में कपल्स द्वारा पिया जाने वाला दूध कोई साधारण दूध नहीं होता है | बल्कि इसे स्पेशल इस रात के लिए ही बनाया जाता है | यह गाय का दूध होता है | इसमें काफी मात्रा में प्रोटीन होती है | इसमें काली मिर्च, लॉन्ग, केसर, चीनी, हल्दी, सौंफ और बादाम डालकर इसे खूब उबाला जाता है | इसके बाद ही इसे कपल्स को पिलाया जाता है |
रिश्ते का प्रारम्भ
पहले के समय में शादी की रात उपहार देने का रिवाज नहीं होता था | इसलिए दूल्हा और दुल्हन दोनों ही बहुत नर्वस रहते थे | लेकिन जब दुल्हन अपने पति के पास जाकर उसे दूध देती थी और दोनों मिलकर उसे पीते थे तो दोनों के रिश्तो में मधुरता आती थी | इसके बाद उन्हें बात करने का बहाना भी मिलता था |
थकावट दूर करना
आज के समय में शादी सिर्फ कुछ ही दिनों में पूरी हो जाती है | लेकिन पहले लोगो के पास कृषि ही आय का स्रोत हुआ करती थी | इसलिए लोगो के पास समय भी बहुत रहता था | जिससे शादी होने में महीनो का समय लग जाता था | इस पूरी भागदौड़ और रस्मो रिवाजो के बीच दूल्हा-दुल्हन काफी ज्यादा थक जाते थे | इसलिए थकान को दूर करने के लिए वह दूध का सेवन करते थे |
हार्मोन स्त्रवण के सहायक
इस दूध में बहुत सारे पोषक तत्व होते है | जो मानव शरीर में पाये जाने वाले हार्मोन्स को प्रारम्भ कर देते है | इससे कपल्स की बॉडी में अनेक भाव आने लगते है | जिससे वह अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हो जाते है | इसके अतिरिक्त दूध एक ऐसा पेय पदार्ध है | जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है | जो कपल्स के लिए लाभदायक होता है |
संबंधो में मधुरता
पहले के समय में शादी से पहले कपल्स एक दूसरे से कभी भी नहीं मिले होते थे | इसलिए उन्हें संबंध बनाने में काफी हिचकिचाहट होती थी | इस रात एक दूध के गिलास से इतनी बड़ी प्रक्रिया हो जाती है तो कपल्स एक दूसरे को जानने लगते है | उन्हें एक दूसरे पर विश्वास हो जाता है | जो दुल्हन को सहवास के दौरान मजबूती प्रदान करता है |
यही कारण है की यह प्राचीन प्रथा भारत में आज भी मौजूद है | पहले इसे हिन्दू धर्म के लोग मानते थे | लेकिन अब लगभग सभी धर्मो के लोग इसे मानते है | लेकिन अब यह प्रथा हिन्दुओ में बंद होने की कगार पर है | विज्ञान भी इस प्राचीन ज्ञान का सम्मान करता है | उनका मानना है की यदि शादी की रात उपहार देने के स्थान पर कपल्स मिलकर दूध पीते है तो यह उनकी अच्छी शुरुआत हो सकती है |