ज्योतिषशास्त्र में 9 ग्रह बताये गए है | सूर्य को इन ग्रहो का राजा कहा जाता है | ऐसा कहा जाता है यदि सूर्य भगवान को प्रसन्न किया जाये तो यह ग्रह किसी भी शख्स पर मुसीबते नहीं आने देते है | 14 जनवरी को सूर्य भगवान मकर राशि में प्रवेश करते है, जिसके लिए मकरसक्रांति मनाई जाती है | यह प्रतिवर्ष 14 जनवरी को मनाई जाती है | आज हम आपको वह कार्य बतायेंगे जिन्हे किसी भी कीमत पर मकरसक्रांति के दिन नहीं करना चाहिए | यदि ऐसा किया जाता है मनुष्य के जीवन में घोर विपदा भी आ सकती है | आईये जानते है वह अशुभ कार्य जिन्हे मकरसक्रांति को ना करे | इन कार्यो की हम आपके लिए एक लिस्ट लेकर आये है |
सूर्य उदय से पहले उठे
शास्त्रों के अनुसार इस समय खरमास का महीना चल रहा है | अभी सूर्य धनु राशि में बैठा हुआ है | ज्योतिषशास्त्र के अनुसार 14 जनवरी को सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेगा | कुछ विद्वानों का कहना है की यह प्रवेश दोपहर 2 बजे होगा | इसलिए इस दिन भगवान सूर्य को उदित होते हुए अपने नेत्रों से देखे | यह आपके लिए शुभ है | इससे भगवान सूर्य की अपार ऊर्जा आपके अंदर समाहित हो जायेगी | यदि कोई व्यक्ति ऐसा नहीं करता है तो वह सूर्य भगवान के आशीर्वाद से वंचित रह जायेगा |
गरीब को दान
इस दिन वे लोग जो अपनी आर्थिक स्थिति ठीक से नहीं चला पा रहे है, उन्हें यदि कोई व्यक्ति दान में कुछ धन राशि देते है तो उनके लिए मंगल होगा | जो ऐसा नहीं करते है हम उन लोगो को सावधान करना चाहते है | इससे आपके जीवन में सूर्य भगवान बाधा बन सकते है |
गाय पूजन
हिन्दू धर्म में गाय को एक पवित्र जीव माना जाता है | यदि कोई व्यक्ति इस दिन इन्हे कुछ हरी घास डालता है तो उसका कल्याण होता है | हर व्यक्ति को यह कर्म करना चाहिए | धर्म शास्त्रों में यह भी कहा गया है की माँ लक्ष्मी इस दिन गाय के रूप में होती है | यदि कोई उन्हें भोजन देता है तो उसका भाग्य स्वतः ही उदित हो जाता है |
साधु को ना लोटाये
इस दिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की किसी भी कीमत पर अपने घर के दरवाजे से किसी भी साधू को ना लोटाये | यदि ऐसा करते है तो आपके घर में अमंगल होने के योग बन सकते है | दिन की शुरआत में भगवान सूर्य की पूजा करे | इस दिन बहुत समय बाद सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करता है | इसलिए किसी तरह उन्हें प्रसन्न रखे | किसी जीव को परेशान ना करे | धर्मविरुद्ध आचरण ना करे |
मदिरा का सेवन ना करे |
भारत में जब से मकरसक्रांति के दिन पतंग उड़ाने का आरम्भ हुआ है | तभी से इस पर्व पर मदिरा के सेवन करने का रिवाज भी चला है | इसलिए किसी भी कीमत पर अपने आप को मदिरा के आगे समर्पित ना करे | घर में होने वाले विवादों से बचे रहे | पति को पत्नी द्वारा खुश रखा जाये तो परिवार के लिए शुभ संकेत हो सकते है |