भारत एक ऐसा देश है जिसके बारे में कहा जाता है की यहाँ कभी त्योहार ख़त्म ही नहीं होते है | यहाँ एक त्योहार जाता नहीं की दूसरा त्योहार आ जाता है | इसलिए इसे त्योहारों का देश भी कहा जाता है | अभी दीपावली की खुशियां गयी ही नहीं थी की मकरसंक्रांति का जश्न शुरू हो गया है | इस वर्ष मकरसंक्रांति के दिन सालो बाद ऐसा योग बन रहा है | आईये जानते है की इस वर्ष मकर सक्रांति पर आपके लिए क्या खास है |
मकरसक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर जाता है | जिसका प्रभाव अन्य राशियों पर भी पड़ता है | इस दिन मल-मास का महीना पूरी तरह समाप्त हो जाता है | इसके साथ ही शीत ऋतू का भी समापन हो जाता है | लेकिन इस सूर्य का योग काफी वर्षो बाद बन रहा है | इसलिए यदि इस दिन आप धर्म करते है तो आपको काफी पुण्य मिलता है |
पंडितो के अनुसार सूर्य भगवान 14 जनवरी की आधी रात को दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करने जा रहे है | इसलिए इस बार मकरसंक्रांति भी 15 जनवरी को मनाई जायेगी | 15 जनवरी प्रातः 11:58 तक सूर्य का संक्रमण काल है | इसलिए इस दिन पूजा करना शुभ माना जाता है | मकरसंक्रांति का यह त्योहार जीवन में खुशियां लेकर आता है |
इस दिन बच्चे छतो पर पतंगे उड़ाते है | कई स्थानों पर तो बच्चो के साथ-साथ बड़े भी पतंगे उड़ाते है | इस दिन पुरे भारत में खुशी का माहौल रहता है | चारो ओर सिर्फ खुशहाली ही खुशहाली रहती है | हम आपके लिए उन कार्यो के सूची लेकर आये है जो मकरसंक्रांति के दिन करना काफी शुभ है |
हिन्दू धर्म ग्रंथो के अनुसार ऐसा कहा जाता है की यदि इस दिन किसी गरीब या फिर ब्राह्मण को खिचड़ी दी जाए तो यह काफी शुभ है | यदि इस दिन संसार के कर्ता-धर्ता भगवान शिव को प्रसन्न किया जाए तो आपके लिए अच्छा रहेगा | यदि खिचड़ी के साथ मीठा गुड़, तिलहन, आवंला, मौसमी दी जाए तो आपको काफी पुण्य मिलेगा | मकरसंक्रांति के दिन लड्डू, रेवड़ी, गजक का दान भी काफी शुभ माना जाता है |
हिन्दू धर्म के रीती रिवाजो के अनुसार यदि कोई कपडे और जूते बांटता है तो उसके लिए अच्छा होता है | आपको इस दिन किसी भी व्यक्ति से बैर नहीं रखना चाहिए | सभी लोगो को मिलजुल कर आगे बढ़ना चाहिए | भगवान सूर्य का ध्यान करते हुए, यदि कोई भी कार्य करते है तो आपके लिए शुभ होगा | हम आपको बता दें की इस बार जैसे मकर संक्रांति के योग बार-बार नहीं बनते है | इसलिए भगवान विष्णु को नमन करते हुए कर्म करे |