जहां एक तरफ चीन और भारत जैसे देशों में लगातार बढ़ती जनसंख्या भारत में भुखमरी और बेरोजगारी को बढ़ावा दे रही है, तो दूसरी तरफ एक ऐसा देश जिस में जनसंख्या ही नाम मात्र की हैं | हम जिस देश की बात करने जा रहे हैं उस देश का नाम सीलैंड है और इसकी जनसंख्या और क्षेत्रफल भारत के एक परिवार की जनसंख्या के बराबर भी नहीं हैं | इंग्लैंड के सफोल्क समुद्री तट से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सीलैंड खंडहर हो चुके समुद्री किले पर स्थित है, इसे दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन ने बनाया था |
भारत के सबसे बड़े परिवार की जनसंख्या भी इस देश से काफी ज्यादा है, भारत के सबसे बड़े परिवार की जनसंख्या 150 है तो वहां इस सीलैंड देश की जनसंख्या मात्र 27 है और यह इंग्लैंड के पास स्थित हैं | इंग्लैंड के अधिकारियों ने बताया कि 9 अक्टूबर 2012 को रॉय बेट्स नाम के शख्स ने खुद को सीलैंड का प्रिंस घोषित कर दिया | रॉय बेट्स की मौत के बाद से उनके बेटे माइकल को प्रिंस बना दिया गया | सीलैंड का क्षेत्रफल काफी कम है, ऎसे में इसके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है | इंटरनेट की मदद से जब लोगों की इस जगह के बारे मालूम चला तब लोगों ने इस देश को खुद डोनेशन देने में मदद की, इस देश की जनसंख्या इतनी छोटी है कि जो रहता है उसके लिए जीवन यापन कठिन है|
सीलैंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं मिली और अभी तक वर्ल्ड मैप में भी इसकी कोई गिनती नहीं की गयी हैं | अभी तक दुनिया का सबसे छोटा देश वेटिकन सिटी है, जिसका क्षेत्रफल 0.44 वर्ग किलोमीटर है जहां की जनसंख्या 800 के करीब है | इस देश को मान्यता कब मिलती है और इसको डेमोक्रेटिक कंट्री का नाम कब दिया जायेगा |