Category Archives: Spiritual
खूबसूरत दिखने के लिए गधी के दूध से नहाती थी ये रानी..जानिए पूरी सच्चाई
Apr 20 2019
क्लियोपैट्रा को रोम की सबसे खूबसूरत रानी माना जाता था बताया जाता है कि वे अपनी खूबसूरती व दिलकश अदाओं से किसी को भी दीवाना बना सकती थी | जूलियस सीजर और मार्क एंथोनी को भी अपनी खूबसूरती का दीवाना बनाने वाली क्लियोपैट्रा कुछ ऐसे सौंदर्य प्रसाधन का इस्तेमाल करती थी जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते | आप लोगों ने त्वचा पर एलोवेरा, नीम और हल्दी जैसे प्राकृतिक तत्व ही शरीर पर इस्तेमाल करते है, लेकिन क्लियोपैट्रा अपने शरीर और त्वचा को खूबसूरत बनाने के लिए गधी का दूध और मगरमच्छ के मल को सुखाकर अपनी त्वचा पर लगती थी |
बताया जाता है कि 30 ई.पू. में अलेक्सेंड्रिया और मिस्र में क्लियोपैट्रा से सूंदर त्वचा किसी भी महिला की नहीं थी, क्लियोपैट्रा हर रोज पानी की जगह गधी के दूध से नहाती थी | एक दिन के स्नान के लिए 700 गधियों के दूध की जरूरत पड़ती थी, बताया जाता है कि इस दूध से चेहरे और शरीर पर असर पड़ा | चेहरे से लाल धब्बे और झुर्रिया खत्म हो गयी इसी खूबसूरती पर मोहित होकर जूलियस और मार्क एंथोनी क्लियोपैट्रा पर फ़िदा हो गए थे | वैज्ञानिकों का भी मानना है कि गाय और भैंस के दूध से ज्यादा गधी का दूध बेहतर होता है, जो गधी का दूध खट्टा होता है उसमें मौजूद लेक्टोज अम्ल शुगर लेक्टिक एसिड में बदल जाती हैं | इस बदलाव का काम दूध में मौजूद बैक्टीरिया ' लेक्टोबेसिलस ' करते हैं, ये एसिड हमारे चेहरे की स्किन को चमक प्रदान करते हैं | इसका प्रयोग रोज करने से हमारे चेहरे पर मौजूद दाग धब्बे साफ हो जाते हैं, इसलिए आयुर्वेद में चेहरे पर दही लगाने के बारे में बताया जाता हैं |
इस दूध से आधुनिक क्षेत्र में कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में फेयरनेस और ' एंटी रिंकल ' क्रीम बनाई जाती हैं, गधी के दूध में लैक्टिक एसिड की मात्रा (7.4 %) रहती हैं | हाल ही में शोद में पाया की गधी के दूध से बनी क्रीम अन्य क्रीमों से बिलकुल हैं, ये क्रीम बुढ़ापे में भी आने वाली झुर्रियों को खत्म करने में सक्षम हैं, लेक्टोज के साथ-साथ गधी के दूध में गाय और भैंस के दूध की तुलना में विटामिन, प्रोटीन, मिनरल और बायोएक्टिव एंजाइम की मात्रा अधिक पायी जाती हैं | इसी कारण यह निखार को बढ़ाने और झुर्रियों को घटाने में मददगार होती हैं |इसलिए रोम की महिलायें ज्यादा खूबसूरत होती हैं रोम की रानी क्लियोपैट्रा के अलावा अन्य महिलायें गधी के दूध से नहाती थी |
जिनमें एक रोम के राजा ' नीरो ' की पूर्व पत्नी पॉपिया भी गधी के दूध से नहाती थी, इन रानियों हमेसा गधो के झुण्ड के साथ यात्रा पर निकलती थी ताकि दूध की कमी न हो जाएं | महान नेपोलियन बोनापार्ट की बहन भी गधी के दूध से नहाती थी, क्लियोपैट्रा ने गधी के दूध के साथ मगरमच्छ के मल को भी चेहरे और शरीर पर लगाना शुरू कर दिया | मगरमच्छ के मल की इस बदबू को दूर करने के लिए ही परफुयम्स का निर्माण हुआ और अलग-अलग तरह के परफुयम्स बनाने लगे |
  सरकारी/गैरसरकारी नौकरीयो की ताजा अपडेट पाए अब अपने मोबाइल पर साथ ही रोजाना करंट अफेयर