रुद्राक्ष के बारे में हम सभी जानते है,रुद्राक्ष शब्द का आशय रूद्र के अक्ष से है और रूद्र भगवान शिव का अन्य नाम है, रुद्राक्ष भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है यही वजह है की भगवन शिव के भक्त भी शिव जी को प्रसन्न करने के लिए रुद्राक्ष धारण करते है, मान्यताओं के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी, प्राचीन काल से ही रुद्राक्ष को आभूषण के रूप में धारण किया जाता रहा है, भगवान शिव के इस रुद्राक्ष को धारण करना बहुत ही लाभकारी माना जाता है, आज हम इस बारे में बात करेंगे की क्यों रुद्राक्ष को धारण करना शुभता का प्रतीक है |होती है पुण्य की प्राप्ति
भगवान शिव का रुद्राक्ष से अटूट नाता है इसीलिए खा जाता है की स्वयं भगवान शिव रुद्राक्ष में निवास करते है, रुद्राक्ष धारण करने वाले इंसान पर भगवान शिव की कृपा हमेशा बनी रहती है, हिन्दू धर्म में भी रुद्राक्ष पहनने की सलाह दी जाती है इसे पहनना शुभ माना जाता है, माना जाता है की रुद्राक्ष धारण करने से उस पुण्य की प्राप्ति होती है जो कई तप करने के बाद प्राप्त होता है |
रुद्राक्ष की पहचान
रुद्राक्ष पेड़ के फल की गुठली होती है, रुद्राक्ष कई प्रकार के होते है और इन रुद्राक्षों पर कुछ लकीरे बनी होती है जिन लकीरो के आधार पर ही इनके प्रकार की पहचान होती है, रुद्राक्ष के प्रकार को मुख के नाम से जाना जाता है जैसे यदि किसी रुद्राक्ष पर एक लाइन होती है तो उसे एक मुखी रुद्राक्ष कहा जाता है |
इस तरह करे धारण
रुद्राक्ष को धारण करने का सही समय सावन माह के सोमवार को माना जाता है लेकिन शिवरात्रि के दिन रुद्राक्ष धारण करना सबसे उत्तम माना जाता है, रुद्राक्ष धारण करने से पहले इसे शिवालय में शिवमंत्रो के उच्चारण के बाद ही धारण करना चाहिए, और इसके साथ ही इसे लाल रंग के धागे के साथ ही पहनना चाहिए |
करता है उम्र लम्बी
रुद्राक्ष को धारण करता शुभकारी तो है ही इसके साथ ही ये आरोग्यता और उम्र भी लम्बी करता है, जो व्यक्ति नित रुद्राक्ष की पूजा करता है और उसे धारण करता है भगवान शिव उससे अवश्य प्रसन्न रहते है, भगवान शिव उस पर और उसके परिवार पर अपनी कृपा दृस्टि बनाये रखते है और उम्र लम्बी कर दीर्घायु प्रदान करते है |
आरोग्यता को बढ़ाता है
रुद्राक्ष को धारण करने से सकारात्मक शक्ति का संचार होता है और साथ ही विभिन्न प्रकार के गृह दोष भी खत्म होते है, रुद्राक्ष को धारण करने का वैज्ञानिक कारण भी है, इसे धारण करने से हृदय संबंधी रोगो से छुटकारा मिलता है ये शरीर में रक्त के प्रवाह क सुचारु रूप से बनाये रखने में भी मदद करता है और निरोगी काया प्रदान करता है |