मंगलवार के दिन भगवान हनुमान जी की पूजा की जाती है | इस दिन हनुमान जी महाराज की पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है | हनुमान जी महाराज को अंजनीपुत्र , पवनपुत्र, बजरंग बली और संकट मोचन आदि नामो से जाना जाता है इस दिन जो भी भक्त हनुमान जी की पूजा करता है उसकी हर मनोकामना हनुमान ही महाराज पूरी करते है | ऐसा कहा जाता है की कलयुग यानी आज के समय मैं भी हनुमान ही निवास करते है और जो सच्चे ह्रदय से हनुमान ही को याद करता है हनुमान ही उसे हर संकट से बचाते है |
हनुमान जी को श्री राम जी का सबसे बड़ा भक्त कहा जाता है और हनुमान जी के ह्रदय मैं हर समय श्री राम और माता सीता निवास करती है इस बात को साबित करने के लिए हनुमान ही महाराज ने अपने सीने को चीर कर श्री राम और सीता माता को अपने ह्रदय मैं इनकी तस्वीर दिखलाई थी | इन सभी बातो को तो आप पहले से ही जानते होंगे लेकिन क्या आपने कभी ऐसा सुना है की हनुमान ही महाराज की कोई पत्नी भी थी आपने हमेशा हनुमान जी को ब्रह्मचारी और अविवाहित समझा है क्योंकि सभी यही कहते है लेकिन क्या असल मैं हनुमान जी का विवाह हुआ था |
आपने जितने भी अभी तक हनुमान जी महाराज के मंदिर देखे होंगे सभी मंदिरो मैं हनुमान ही महाराज अकेले ही होंगे उनके साथ उनकी पत्नी कभी नहीं देखी होगी लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारें मैं बताएँगे जिसमे हनुमान ही महाराज अपनी पत्नी के साथ खड़े है | तो कहा है ये मंदिर आईये जानते है...
भारत के तेलंगाना राज्य के खम्म जिले मैं स्थित है ये जिला हैदराबाद ले लगभग 200 किलोमीटर दूर है | इस मंदिर मैं हनुमान ही महाराज अपनी पति सुवर्चला के साथ उनकी मूर्ति है और भक्त लो उनकी पूजा बड़े ही श्रद्धाभाव से करते है इस मंदिर के बारे मैं ये कहा जाता है कि जो भी विवाहित जोड़ा इस मंदिर मैं पूजा करने आता है उनकी सारी वैवाहिक समस्याएं दूर हो जाती है और उनकी जिंदगी मैं हमेशा खुशियों का वास हो जाता है विवाहित स्त्री और पुरुष के बीच मैं रिश्ते मजबूत होतें है |