अगर हनुमान जी के जीवन की बात करें हो उन्होंने कभी भी किसी भी कार्य से हार नहीं मानी थी और हमेश द्रड़ता के साथ हर परिस्थिति मैं डट कर खड़े रहे | हनुमान जी ने असंभव दिखने वाले कार्यो को भी संभव करके दिखाया था | इसलिए हमें भी हनुमान जी की बातो को अपने जीवन मैं उतारना चाहिए यदि आप लोग हनुमान जी की बातो को अपने जीवन मैं उतारते है तो यकीन मानिये आप जीवन मैं कभी भी किसी भी क्षेत्र मैं मात नहीं खा सकते है और सफलता आपके कदम चूमेगी |
आज का समय प्रतियोगिताओ का समय है हर क्षेत्र मैं प्रतियोगता लगी हुई है | लोग जीवन मैं सफल होने के लिए जी तोड़ कोशिश करते है मगर कही न कही कुछ गलतिया कर जाते है जिसके कारण उन्हें उस काम मैं असफलता का सामना करना पड़ता है और लोग सफल होने के लिए मंदिरो मैं देवी देवताओ की पूजा आराधना करते है या फिर किसी इंसान के चक्कर लगाते रहते है ताकि वो उस कार्य मैं सफल हो सके | हिन्दू धर्म मैं हज़ारो देवी देवताये है लेकिन युवा पीढ़ी ज्यादातर हनुमान जी महाराज को ही पसंद करती है | हनुमान जी ने कभी भी किसी भी कार्य से हार नहीं मानी थी फिर चाहे माता सीता का पता लगाना हो या श्री राम के भाई लक्ष्मण को बचाने के लिए जड़ीबूटियों का पहाड़ लाना हो | ऐसे असंभव दिखने वाले कार्यो से हनुमान जी कभी भी नहीं घबराये और उन्होंने हर असंभव कार्यो को संभव कर के दिखाया था | यदि आपको भी अपने जीवन मैं सफल होना है तो आपको भी हनुमान जी की बातो को अपनी जिंदगी मैं उतारना चाहिए और उनके समान ही द्रढ़निश्चय करके अपने लक्ष्य की और कदम रखने चाहिए | ऐसी कौन कौन सी बाते है हनुमान ही की आईये जानते है विस्तार से...
जीवन मैं सफलता प्राप्ति के लिए हनुमान जी की इन बातो को अपनाये अपने जीवन मैं
हर काम को निष्ठा लगन के साथ करें
हनुमान जी की सबसे ख़ास बात ये रही है की हनुमान जी ने किसी भी काम को छोटा या बड़ा नहीं समझा | हनुमान जी को जो भी काम सौंपा गया उन्होंने उसे पूर्ण निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ किया फिर चाहे उनके मार्ग मैं कितनी भी बड़ी कठिनाइयाँ क्यों न आयी हो | हनुमान जी कभी भी किसी भी संकट से नहीं घबराये और अपने काम को पूर्ण करने के बाद ही चैन से बैठे | चाहे वो काम सीता मईया का पता लगाना हो या संजीवनी बूटी लाने का काम हो |
संघर्षो से कभी न घबराये
जीवन मैं सफलता हासिल करनी हो तो संघर्षो से कभी भी नहीं घबराना चाहिए इस बात को हनुमान जी बेहतर कोई भी नहीं जनता है | हनुमान जी ने सीता मईया का पता लगाने के लिए न जाने कितने ही कठिन संघर्षो का सामना किया लेकिन हनुमान जी महाराज कभी भी संघर्षो से पीछे नहीं हटे और उन्होंने माता सीता का पता लगाने के बाद ही चैन की साँस ली | इसलिए मनुष्यो को भी अपने लक्ष्य प्राप्ति तक संघर्षो से कभी भी नहीं घबराना चाहिए और कठिनाई का डट कर सामना करना चाहिए |
सफलता प्राप्ति के लिए लक्ष्य निर्धारित करना
अगर इंसान को सफलता प्राप्त करनी है तो उसे सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए | लक्ष्य के बिना सफलता प्राप्ति का कोई महत्त्व नहीं रह जाता है | हनुमान जी महाराज का भी एक लक्ष्य था प्रभु श्री राम की सेवा करना और प्रभु श्री राम ने हनुमान जी को जो भी काम सौंपा उस काम को हनुमान जी ने पूरी लगन और निष्ठा के साथ किया क्योंकि प्रभु श्री राम की हर बात मानना हनुमान जी का लक्ष्य था |