पहले के समय में बड़े-बुर्जुग हमेशा इस बात पर जोर देते थे कि शादी करते समय वर वधू की उम्र में अच्छा खासा फर्क होना चाहिए | हालांकि रिश्ता ढूंढते वक्त आज भी इन बातों का खास ध्यान दिया जाता है | अक्सर लड़के से 5-6 साल उम्र में छोटी उम्र की लड़की देखी जाती है |वैसे तो लोगों को ये बात समझ नहीं आती लेकिन इसके पीछे कुछ खास कारण हैं |
वक्त के साथ-साथ महिलाओं में होने वाले हार्मोन चेंज की वजह से वो पुरुषों के मुकाबले जल्द ही उम्रदराज दिखना शुरू हो जाती हैं | अपने पति से उम्र में ज्यादा न लगे इसलिए परिवार वाले पहले से ही लड़की से 5-6 साल बड़े लड़के से उसकी शादी करते थे |
माना जाता है कि लड़कियां लड़को से ज्यादा मैच्योर होती हैं | ऐसे में अगर दोनों एक ही उम्र के होंगे तो उनकी सोच कभी नहीं नहीं मिलेगी | जिसकी वजह से उनके बीच झगड़े होने की संभावना भी बढ़ जाएगी |
अगर लड़का लड़की से उम्र में बड़ा होगा तो वो उसे घर गृहस्थी के छोटे-बड़े कामों में मदद कर सकेगा | वही दूसरी तरफ अगर दोनों ही एक ही उम्र के होंगे तो अनुभव के अभाव में दोनों लोगों को जीवन में काफी परेशानी झेलनी पड़ सकती हैं |
लड़को के मुकाबले लड़कियां ज्यादा भावुक होती हैं | ऐसे में मां-बाप हमेशा कोशिश करते हैं कि उनकी बेटी का होने वाला हमसफर हमेशा उसे भावनात्मक रूप से सहारा देने में सक्षम हो |