आचार्य चाणक्य पाटलिपुत्र के महान विद्वान थे | चाणक्य को उनके न्यायप्रिय आचरण के लिए जाना जाता है | आचार्य चाणक्य इतने बड़े साम्राज्य के महान मंत्री थे फिर भी वो एक छोटी सी कुटिया में रहकर जीवन यापन किया करते थे | आचार्य चाणक्य ने अपने अनुभवों के आधार चाणक्य नीति के नाम से एक पुस्तक लिखी है जिसमे व्यक्ति के जीवन से संबन्धित बातो का उल्लेख किया गया है | अगर किसी व्यक्ति को अपना लक्ष्य प्राप्त करना है और जीवन में सफलता प्राप्त करनी है तो उसे उन तीन लोगो से दूर रहना चाहिए तभी इंसान अपनी सफलता को प्राप्त कर सकता है | वो तीन लोग कौन कौन से है आईये जानते है उनके बारें में...
चाणक्य के अनुसार इन तीन लोगो से हमेशा रहना चाहिए दूर
1 . मुर्ख व्यक्ति
आचार्य चाणक्य के अनुसार हमेशा मुर्ख व्यक्तियों से दूर ही रहना चाहिए | मुर्ख व्यक्ति को समझाने में कभी भी अपना समय खर्च नहीं करना चाहिए क्योंकि मुर्ख व्यक्ति को समझाने का मतलब होता है की भैंस के आगे बीन बजाना | यदि आपका पाला किसी मुर्ख व्यक्ति से पड़ जाए तो आप उसे समझाने में अपना समय व्यर्थ न करें क्योंकि इसका सीधा असर आपकी सफलता और तरक्की पर पड़ सकता है |
2 . दुष्ट और चरित्रहीन स्त्री से दूर रहना
आचार्य चाणक्य जी ने बताया है की हमेशा बुरे स्वभाव, चरित्रहीन महिलाओं से दूर रहना चाहिए क्योंकि जो महिलाये मर्यादाओं का उल्लंघन करती है, जोर से बोलती है, और कभी भी किसी की भी बात नहीं सुनती है ऐसी महिलाओं से हमेशा दूर ही रहना चाहिए | यदि आप भी किसी ऐसी ही महिला के संपर्क में है तो तुरंत ही उससे दूर हो जाए क्योंकि ऐसी महिलाये पुरुषो के लिए खतरनाक साबित हो सकती है |
3 . नकारात्मक सोच वाले लोग
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो लोग हमेशा दुखी रहते है ऐसे लोगो से दूर ही रहना चाहिए क्योंकि इन लोगो के अंदर नकारात्मक सोच रहती है वो लोग खुद न तो कुछ करते है और यदि आप कुछ करना चाहोगे तो वो आपके रास्ते में रुकाबट पैदा कर सकते है इसलिए आप ऐसे लोगो से दूर ही रहे तो अच्छा है |
आचार्य चाणक्य के अनुसार इन तीनो प्रकार के लोगो से हमेशा दूर ही रहना चाहिए क्योंकि ये लोग उन लोगो की राह कठिन कर देते है जो कुछ करना चाहते है इसलिए यदि आप जिंदगी में सफल होना चाहते है तो ऐसे लोगो से दूर ही रहे कभी भी असफल नहीं होंगे |