हिन्दू धर्म में 33 करोड़ देवी देवताओ के बारे में बताया गया है, देश के हर कोने में इनमे से किसी ना किसी देवी देवता की पूजा जरूर होती है | ऐसा कहा जाता है कि भगवान भक्त की सच्ची भक्ति से जरूर प्रसन्न होते है | इसीलिए लोग नित भगवान की पूजा अर्चना करते है | भगवान की पूजा से लेकर ही हस्तरेखा शास्त्र में कुछ बाते बताई गयी है | हस्तरेखा शास्त्र में बताया गया है कि हथेली की रेखाएं सिर्फ भविष्य ही नहीं बताती है बल्कि ये रेखाएं यह भी बताती है कि किस व्यक्ति के लिए किस देवता की पूजा करना अधिक फलदायी रहेगा | आज हम आपको इसी से जुडी जानकारी देने जा रहे है |
शनि देव
यदि शनि की ऊँगली एकदम सीधी हो और मध्य में शनि ग्रह हो तो ऐसे जातक को शनि देव की पूजा करनी चाहिए | शनि देव कि पूजा करने से जातक पर शनि देव कि कृपा सदैव बनी रहती है |
महादेव
यदि हथेली में हृदय रेखा पर त्रिशूल की आकृति बनती है और उँगलियाँ थोड़ी टेडी मेडी प्रतीत होती है, तो ऐसे जातक के लिए शिव जी की पूजा करना बहुत फलदायी साबित होता है |
हनुमान जी
यदि हृदय रेखा का अंत गुरु पर्वत पर होता है तो ऐसे शख्स को हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए, हनुमान जी की पूजा से ऐसे व्यक्ति के जीवन से सारी बाधाएँ दूर हो जाती है |
माँ लक्ष्मी
यदि हथेली में भाग्य रेखा खंडित हो तो ऐसे शख्स को माँ लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए | माँ लक्ष्मी की पूजा से व्यक्ति के जीवन से सारी आर्थिक समस्याएं समाप्त हो जाती है |
सूर्य देव
हथेली में सूर्य ग्रह का दबा होना शिक्षा में असफलता को दर्शाता है, ऐसी स्थिति वाले जातक को सूर्य देव की आराधना करनी चाहिए |
माँ दुर्गा
जिसकी हथेली में ह्रदय रेखा खंडित अवस्था में हो और इस रेखा की शाखाये मष्तिष्क रेखा से मिल रही हो तो ऐसे जातक को माँ दुर्गा की पूजा करनी चाहिए |