हमारे भारत देश में सभी धर्मो के लोग निवास करते है और सभी धर्मो को समान समझा जाता है | हिन्दू धर्म में देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा अर्चना की जाती है | हमारे देश में देवी देवताओं के हजारो मंदिर है जो अपने चमत्कार और रहस्य के कारण प्रसिद्ध है | आज हम आपको माता लक्ष्मी के एक ऐसे मंदिर के बारें में बताने वाले है जिसमे रखी माता लक्ष्मी की मूर्तिया दिन में तीन बार अपना रंग बदलती है | ये सुनने में बहुत ही अजीब लगता है की किसी मूर्ति का रंग कैसे बदल सकता है | मगर ये सच है...
माता लक्ष्मी का ये मंदिर जबलपुर में स्थित है और इस मंदिर का निर्माण गोंडवाना शासन में रानी दुर्गावती के विशेष सेवापति रहे "दीवान अधार सिंह" के नाम से बने अधारताल तालाब में करवाया गया था |
इस मंदिर को पचमठ के नाम से भी जाना जाता है | अमावास्या की रात इस मंदिर में काफी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है | इस मंदिर के अंदर जो लक्ष्मी माता की मूर्ति है वो दिन में तीन बार अपना रंग बदलती है | ये मंदिर तंत्र साधना के लिए भी बेहद प्रसिद्ध है | इस मंदिर के बारें में ऐसा कहा जाता है की लगातार 7 शुक्रवार जो भी भक्त माता के चरणों में प्रार्थना करता है माता लक्ष्मी उसकी मनोकामना जरूर पूर्ण करती है |
पचमठ नाम से प्रसिद्ध इस मंदिर की ख़ास बात ये है की सुबह के समय जब सूर्य उदय होता है तो सूर्य की पहली किरण माता लक्ष्मी के चरणों पर पड़ती है | इस मंदिर की बहुत ज्यादा मान्यता है आस पास के लोगो के आलावा यहाँ दूर दूर से भी लोग माता लक्ष्मी के दर्शन करने के लिए आते है तो अपनी मनोकामनाएं माता लक्ष्मी को बताते है | इस मंदिर में हर शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी के दर्शनों के लिए भरी मात्रा में भीड़ उमड़ती है |