हम सभी लोगो के घरो में भगवान की पूजा की जाती है | भगवान को प्रसन्न करने के लिए और सभी परेशानियों का अंत करने के लिए हम लोग भगवान के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करते है | शास्त्रों के अनुसार हाथ जोड़कर भगवान के सामने प्रार्थना करना ये बहुत ही प्राचीन तरीका है और हम प्राचीन समय से ही इसी तरह भगवान के सामने हाथ जोड़कर अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करने के लिए प्रार्थना करते है | जब भी हम हाथ जोड़कर भगवान से प्रार्थना करते है तो हम अनजाने में कुछ गलतिया कर जाते है | उन गलतियों के कारण हमारी पूजा व्यर्थ हो सकती है और भगवान हमसे नाराज हो सकते है इसलिए हमें उन गलतियों से बचना चाइये | वो कौन कौन सी गलतिया है आईये जानते है उनके बारें में...
पूजा के दौरान हाथ जोड़ते समय कभी न करें ये गलती
1 . हाथों की पोजीशन - जब भी आप भगवान के सामने हाथ जोड़कर खड़े हो तो इस बात का विशेष ख्याल रखें की अपने हाथो की दोनों हथेलियों को आपस में मिलाकर ही खड़े होना चाहिए | हाथों को जोड़ने में कभी भी आलस्य न करें और हमेशा ही हाथों की दोनों हथेलियों को मिलाकर ही हाथ जोड़े |
2 . बॉडी की स्थिति - जब भी आप भगवान के सामने हाथ जोड़कर खड़े हो तो आप सीधे खड़े होने की बजाय थोड़ा झुककर खड़े होना चाहिए | आप भगवान के सामने झुककर खुद को छोटा और भगवान को सम्मान देना चाहिए | ऐसा करने से भगवान जी आपसे अति प्रसन्न होतें है |
3 . कोहनियाँ और कंधे - भगवान के सामने आप जब भी हाथ जोड़कर खड़े हो तो आपकी कोहनियाँ और कंधे झुके हुए नहीं होने चाहिए | ऐसा नहीं लगना चाहिए की आपको भगवान के सामने खड़े होने में जोर पड़ रहा है या आप बिना दिलचस्पी के खड़े है | कोहनियो को पीछे ज्यादा न झुकाये बल्कि सीधी लाईन में ही रखें |
4 . मन के विचार - जब भी आप भगवान के सामने पूजा या प्रार्थना करें तो आपका मन एकदम शांत होना चाहिए | आपके मन में किसी भी प्रकार का कोई भी गलत विचार नहीं चलना चाहिए | इसलिए जब आपका मन शांत हो तभी आपको भगवान के सामने खड़ा होना चाहिए | कभी भी गुस्से वाले मूड में भगवान को नमन न करें | शांत और स्वच्छ विचारो के साथ भी भगवान के सामने खड़े होना चाहिए |
5 . सिर की स्थिति
जब भी आप भगवान के सामने खड़े हो या जब भी आप भगवान को नमन करें तो अपने सर को झुका हुआ ही रखना चाहिए | सिर को ऊँचा रखकर खड़े होने से ऐसा लगता है मानो आपको घमंड हो | अपने आपको कभी भी भगवान से ऊपर नहीं समझना चाहिए | इसलिए इस गलती को तो भूलकर भी नहीं करना चाहिए |
अब आप ये तो समझ ही गए होंगे की जब भी आप पूजा पाठ करें या भगवान के सामने प्रार्थना करें तो हमें किस तरह और किस पोजीशन में रहना चाहिए | यदि आप इन बातो का ध्यान रखेंगे तो भगवान आपकी पूजा पाठ और प्रार्थना से अति प्रसन्न होंगे और आपको मनोवांछित फल भी देंगे |