व्यापारियों के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण व्यापार में मुनाफा और नुकसान होता है | अक्सर व्यापारी लोग अपने व्यापार को लेकर आशंकित रहते है, और कई बार उनकी ये आशंका चिंता में बदल जाती है | हस्तरेखा शास्त्र में व्यापार को लेकर भी कई जानकारियां दी गयी है | ऐसे में आप स्वयं अपने हाथ की रेखाएं देखकर अपने व्यापार का भविष्य देख सकते है, ऐसे में यदि आप नया व्यापार को शुरू करने के बारे में विचार कर रहे है, तो आप अपने हथेली की रेखाओं पर भी एक बार नजर डाल ले |
शनि ग्रह का कमजोर होना
यदि आपके हथेली में शनि ग्रह कमजोर है, तो ये अच्छा नहीं है | इसके अलावा उठी हुयी शनि की ऊँगली और उठा हुआ शुक्र ग्रह व्यापार में होने वाले नुकसान को बताता है | हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार यदि हथेली में ऐसी स्थिति बन रही है, तो नए व्यापार को शुरू करने से बचना चाहिए, और यदि पहले से व्यापार कर रहे है, तो हानि की स्थिति से उबरने के इंतजाम कर लेने चाहिए |
हृदय रेखा का का मस्तिष्क रेखा से मिलना
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हृदय रेखा मस्तिष्क रेखा पर जाना अशुभ माना जाता है | ऐसी स्थिति में व्यापार शुरू करने से बचना चाहिए | यह रेखा व्यवसाय में धीरे धीरे होने वाले नुकसान को दर्शाती है | यही वजह है कि विद्वान भी ऐसी स्थिति में नए व्यवसाय के आरम्भ की मनाही देते है |
भाग्य रेखा और जीवन रेखा का खंडित होना
यदि आपकी हथेली में ये दोनों रेखाएं खंडित है, तो आपको नए व्यापार को शुरू करने का विचार त्याग देना चाहिए, क्योंकि हथेली में ऐसी रेखाएं व्यापार में आये दिन आने वाली मुसीबतो के बारे में संकेत देती है,और इन रेखाओं की वजह से विरोधी पक्ष भी कोई ना कोई मुसीबत खड़ी करता रहता है |
हाथ का सख्त और पतला होना
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हाथ का पतला होना सख्त होना व्यापार के लिए शुभ संकेत नहीं है | ऐसी स्थिति में जातक के व्यापार पर हमेशा शत्रु पक्ष की नजर रहती है, और वह हमेशा कोई ना कोई नुकसान पहुंचने की कोशिश में रहते है |
भारी हाथ और लहरदार भाग्य रेखा
हाथ का भारी होना और भाग्य रेखा का लहरदार होना शुभ संकेत नहीं है | यह ये दर्शाता है कि व्यापार पर किसी की कुदृष्टि है और इस वजह से आप अपना व्यवसाय सही तरह से नहीं चला पा रहे है | ऐसी रेखा वाले लोग कई कोशिशों के बाद भी व्यापार को गति देने में असमर्थ होते है |