विवाह मनुष्य जीवन का सबसे अहम हिस्सा है, चाहे लड़का हो या लड़की उसके मन में एक विचार जरूर आता है कि उसका प्रेम विवाह होगा या सुसंगत विवाह होगा यानी माता पिता उसका विवाह तय करेंगे | इसके बारे में हस्तरेखा शास्त्र में बताया गया है | हस्तरेखा शास्त्र में कुछ ऐसे चिन्हो व रेखाओं के बारे में बताया गया है, जो प्रेम विवाह की सम्भावना को प्रबल करते है | तो आइये जानते है वे कौनसे निशान व रेखाएं है |
V का निशान
हथेली में बनने वाला V आकृति का निशान प्रेम विवाह को दर्शाता है | यदि यह निशान हथेली में हृदय रेखा पर होता है तो ये एक सफल और सुखी प्रेम विवाह को दर्शाता है | इसके अलावा ये निशान भगवान विष्णु का प्रतीक चिन्ह भी माना जाता है | यदि हृदय रेखा और भाग्य रेखा दोनों इस निशान को बनाती है, तो ये सुखी वैवाहिक जीवन को बताता है |
क्रॉस का निशान
यदि किसी व्यक्ति की हथेली में क्रॉस का निशान बनता है, तो वह सफल प्रेम विवाह को दर्शाता है | ऐसे जातको का विवाह उनकी पसंद के व्यक्ति से ही होता है, जो जीवनभर उनका साथ निभाता है |
चंद्र पर्वत से निकले ये रेखा
यदि चंद्र पर्वत से निकल कर कोई रेखा भाग्य रेखा से मिल जाती है, तो उसे प्रेम विवाह का संकेत माना जाता है | चंद्र पर्वत से आती यह रेखा जातक के जीवन में भरपूर प्रेम को दर्शाती है | इसके अलावा यदि ये क्रॉस गुरु पर्वत पर बनता है, तो ये बहुत ही शुभ माना जाता है |
सूर्य रेखा से मिलती रेखाएं
कई जातको की हथेली में हृदय रेखा से कई छोटी छोटी रेखाएं निकलती है, जो सूर्य रेखा से जाकर मिल जाती है, ऐसा होना प्रेम विवाह को दर्शाता है | ऐसे लोगो को उनके पार्टनर का नाम खूब प्रसिद्धि दिलाता है |
शुक्र पर्वत से रेखा
यदि शुक्र पर्वत से निकल कर कोई रेखा भाग्य रेखा से मिल जाती है तो यह एक सुखी लव मैरिज का संकेत है, ऐसे लोगो के जीवन में प्यार की बहुत बड़ी अहमियत होती है |