किसी के भाग्य या किस्मत से जुडी बातो को जानने के लिए अक्सर हम हस्तरेखा शास्त्र का सहारा लेते है | हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हमारी हथेली में मौजूद प्रत्येक रेखा का अपना महत्व है | हमारी हथेली में बनी भाग्य रेखा की स्थिति हमारी किस्मत और भाग्य के बारे में बहुत कुछ बयान कर देती है | आज हम आपको भाग्य रेखा की स्थिति से जुडी जानकारियां देने जा रहे है |
भाग्य रेखा शनि पर्वत तक जाये
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार भाग्य रेखा मस्तिष्क रेखा से निकलकर शनि पर्वत तक जाती है, तो ये बेहद ही शुभ माना जाता है | ऐसी स्थिति जीवन में आने वाली खुशियों की सूचक है | इसके अलावा भाग्य रेखा शनि पर्वत पर जाकर दो भागो में बट जाती है, भाग्य रेखा की ऐसी स्थिति थोड़े समय में मिलने वाली तरक्की का सूचक है |
विवाह के बाद चमकती है किस्मत
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार यदि भाग्य रेखा शुक्र पर्वत से निकलकर शनि पर्वत तक जाती है, तो ये बेहद ही अलग संकेत देती है | इसका मतलब यह होता है कि ऐसी स्थिति यह बताती है कि जातक की किस्मत उसके विवाह के बाद ही चमकेगी | जातक की किस्मत उसके जीवनसाथी के साथ जुडी होती है |
साफ़ सुथरी हो भाग्य रेखा
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार यदि भाग्य रेखा एकदम साफ सुथरी हो, अर्थात कहीं से कटी ना हो और ना ही कोई दूसरी रेखा इसे कटती हो | तो ये स्थिति बेहद ही शुभ मानी जाती है | ज्योतिष के अनुसार ऐसी भाग्य रेखा जातक को उच्च पद और प्रतिष्ठा दिलाती है |
विशेष लाभ की स्थिति
ज्योतिष के अनुसार जब भाग्यरेखा किसी पर्वत पर जाती है या किसी रेखा को काटती है, तो ऐसी स्थिति में जातक को क्षेत्र विशेष का लाभ मिलता है | अर्थात भाग्य रेखा जिस पर्वत पर जाती है, जातक को उसी क्षेत्र से जुड़ा लाभ मिलता है |
भाग्यशाली बनाता है ऐसी रेखा का होना
यदि भाग्य रेखा सीधे चलकर शनि पर्वत से मिलती है, तो ये सबसे शुभ योग है | ऐसी स्थिति में व्यक्ति को कभी भी किसी प्रकार की मुसीबत का सामना नहीं करना पड़ता है | ऐसा व्यक्ति कम ही समय में वो सबकुछ पा लेता है, जिसकी उसे चाह होती है |