शायद ही कोई इंसान ऐसा होगा जिसे सोना पसंद नहीं होगा, सोने से हमारा मतलब स्वर्ण से नहीं नींद लेने से है | कई लोगो को तो हर समय नींद आती रहती है | एक तरह से वो आलसी बन जाते है, जिस कारण वो हर वक़्त आराम करने के मूड में होते है और इसी वजह से ज्यादातर समय नींद लेने में निकाल देते है | वैसे ज्यादा सोना विज्ञान की दृष्टि से भी हानिकारक है, इसके अलावा धार्मिक शास्त्रों में भी अधिक नींद लेने को अशुभ बताया गया है | शास्त्रों के अनुसार ज्यादा नींद लेने वाले व्यक्ति को हमेशा किसी ना किसी दुःख का सामना करना पड़ता है | इसके साथ ही शास्त्रों में सोने के समय को लेकर भी कुछ बाते बताई गयी है, ऐसे वक़्त का वर्णन किया गया है, जिस वक़्त हमे नहीं सोना चाहिए | आज हम आपको इसी बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे है |
दोपहर के समय सोना
कुछ लोग ऐसे होते है जो सुबह तो जल्दी जाग जाते है, लेकिन दिन के समय सोते है | दिन के समय सोना शुभ नहीं माना गया है, दिन के समय को कर्म करने का समय कहा जाता है | अब ऐसे में कर्म के बजाय आराम को तरजीह देना भविष्य को भी खतरे में डालता है | इसके अलावा विज्ञान में भी दिन के समय सोना सही नहीं माना गया है, दिन के समय सोने से मोटापा बढ़ने लगता है, साथ ही दिन में सोना पाचन तंत्र को भी नुकसान पहुँचाता है |
सूर्यास्त के समय सोना
सूर्यास्त के समय यानि शाम के समय सोना शुभ नहीं है | प्राचीन शास्त्रों में इसके बारे में कई जगह उल्लेख किया गया है | यह समय भगवान की आराधना का समय होता है और ऐसे समय पर सोना अपशकुन लाता है | ऐसा भी कहा जाता है कि शाम के समय सोने से जीवन में असफलता और दुर्भाग्य आता है |
सुबह देर तक सोना
बदलती जीवनशैली के कारण लोग रात को देर से सोते है, जिसके फलस्वरूप वे सुबह देर से जागते है | वैसे सुबह देर तक सोना सभी को पसंद है, लेकिन सुबह देर तक सोना कई मायनो में हानिकारक है | इससे हमारी जीवनशैली प्रभावित होती है | ज्योतिष एक अनुसार सुबह देर से उठने से व्यक्ति पर कभी भी माँ लक्ष्मी की कृपा नहीं होती है | इसके साथ ही विज्ञान के अनुसार सुबह जल्दी उठना एक स्वस्थ शरीर की चाबी है |