सूर्यदेव प्रकाश और तेज के देवता है | बताया जाता है कि सूर्यदेव को प्रसन्न करना आसान नहीं है, लेकिन यदि किसी से एक बार यदि सूर्यदेव प्रसन्न हो जाये तो उस व्यक्ति के जीवन से सभी दुखो का निपटारा हो जाता है, उसे कभी भी अपने जीवन में किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता | आपने कई लोगो को देखा होगा जो सुबह भगवान सूर्य को जल चढ़ाते है, हो सकता है की आप भी सूर्य देवता को प्रसन्न करने के लिए ऐसा करते हो | यदि आप भी नित सूर्य देवता को जल चढ़ाते है, और फिर भी आप पर कृपा नहीं बन रही है, तो ऐसे में हम आपके लिए कुछ उपाय लाये है |
सूर्य देव को जल चढाने के बाद वैसे तो देवी देवताओं की पूजा की जाती है, लेकिन विशेष रूप से एक देवता की पूजा की जाती है | हालाँकि इस बारे में कम ही लोग जानते है | आज हम आपको इसी बारे में रोचक जानकारी देने जा रहे है, तो आइये जानते है आज की इस पोस्ट में आपके लिए क्या ख़ास है |
सूर्य देव को जल अर्पित करने के बाद करे इनकी पूजा
इस बात से सभी वाकिफ है कि शनिदेव भगवान सूर्य के पुत्र है | ऐसे में यदि आप सूर्यदेव को जल चढाने के बाद भगवान शनिदेव की आराधना करते है, तो आप पर भगवान शनिदेव की कृपा अवश्य बनेगी | शनिदेव को ज्यादातर लोग जीवन में बुरे समय का कारक मानते है | लेकिन ये सत्य नहीं है, शनिदेव किसी भी व्यक्ति को उसके कर्मो के अनुसार ही फल देते है |
ऐसे में नित शनिदेव की पूजा करना आपके भाग्य को चमका सकता है | क्योंकि शनिदेव यदि किसी से प्रसन्न हो जाते है तो व्यक्ति के जीवन से उसके दुर्भाग्य का नामोनिशान दूर हो जाता है | इसके लिए आप नित सूर्यदेव को जल अर्पित करने के बाद शनिदेव की पूजा करे | इससे आपके जीवन का बुरा समय समाप्त होने लगेगा |
वैसे तो इस उपाय को रविवार के दिन करना बहुत शुभ माना जाता है, लेकिन यदि आप इस उपाय को नित करते है तो इसके और भी शुभ परिणाम प्राप्त होते है |